जनता की सहूलियत को ही नियमों की जुगत

जनता की सहूलियत को ही नियमों की जुगत

जनता से संवाद स्थापित करने के अपने मासिक रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर नोटबंदी का बचाव करते हुए इस दौरान बदले गए तमाम नियमों को भी जायज ठहराया। साथ ही उन्होंने संकेत दिए कि भ्रष्टïाचार के खिलाफ अपनी मुहिम को तेज करने के लिए सरकार जल्द ही बेनामी संपत्तियों पर भी शिंकजा कसने की तैयारी कर रही है। नोटबंदी के बाद कई बार बदले नियमों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता की ओर से मिली प्रतिक्रियाओं के बाद सहूलियत के लिए ही इतनी बार नियमों में बदलाव किया गया। बेईमानी और भ्रष्टाचार के काले कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्ती जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए मोदी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकार पर बेनामी संपत्ति से जुड़े कानून को कई दशकों तक ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने बेनामी संपत्ति कानून को धारदार बनाया है और आने वाले दिनों में यह कानून अपना काम करेगा। आकाशवाणी पर प्रसारित संबोधन में मोदी ने कहा, ‘मैंने 8 तारीख को (नोटबंदी की घोषणा के दिन) पहले ही दिन कहा था कि यह लड़ाई सामान्य नहीं है। 70 साल से बेईमानी और भ्रष्टाचार के काले कारोबार में कैसी शक्तियां जुड़ी हुई हैं? उनकी ताकत कितनी है? ऐसे लोगों से मैंने जब मुकाबला करना ठान लिया है तो वे भी सरकार को पराजित करने के लिए रोज नए तरीके अपनाते हैं।’


उन्होंने कहा कि जब वे नए तरीके अपनाते हैं तो हमें भी तो उनकी काट के लिए नया तरीका ही अपनाना पड़ता है। तू डाल-डाल, तो मैं पात-पात, क्योंकि हमने तय किया है कि भ्रष्टाचारियों को, काले कारोबारों को, काले धन को, मिटाना है। भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा, ‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह पूर्ण विराम नहीं है, यह तो अभी शुरुआत है। ये जंग जीतनी है और थकने का तो सवाल ही कहां उठता है, रुकने का तो सवाल ही नहीं उठता है।’ उन्होंने कहा कि जिस बात पर सवा-सौ करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद हो, उसमें तो पीछे हटने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।’
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